ट्रेजरी के नाम पर अधिकारी को धोखे की कॉल

ट्रेजरी के नाम पर अधिकारी को धोखे की कॉल


केवाआईसी अपडेट के नाम पर कॉल करके एप डाउनलोड कराने के बाद फर्जीवाड़ा करने वालों की नजर अब सैलरी एकाउंट पर भी है। अब तक ज्यादातर ऐसे कॉल सिर्फ सिर्फ ऑनलाइन मनी ट्रांसफर एप का इस्तेमाल करने वालों के मोबाइप पर आते थे।


उद्योग विभाग में उपायुक्त (अब कानपुर में तैनात)अशोक कुमार के मोबाइल पर पिछले सप्ताह कॉल आई कि मैं ट्रेजरी से बोल रहा हूं, डीसी साहब, आप अशोक कुमार हैं न। कॉल करने वाले ने उनसे केवाईसी अपडेट न होने पर फरवरी की सैलरी रुक जाने की चेतावनी दी। करीब दो मिनट की बातचीत में कॉल करने वाले ने बार-बार एक एप डाउनलोड करके जल्द इसका लिंक भेजने को कहा। अशोक कुमार ने जब कोषागार के एक अधिकारी का नाम लेकर कहा कि वह उनसे बात कर लेंगे। लेकिन फोन पर तुरंत केवाईसी अपडेट न करने पर दिक्कत हो जाने की बात कही गई।


उपायुक्त ने बताया कि फोन करने वाले ने जब एटीएम पिन की जानकारी मांगी तब मुझे शक हुआ और मैंने फोन काट दिया। कोषागार के अधिकारियों से बातचीत करने के बाद जब दोबारा कॉल किया तो फोन स्विच ऑफ आया। इस बारे में मुख्य कोषाधिकारी शिवराम ने बताया कि कोषागार से कभी भी किसी कार्यरत अथवा सेवानिवृत्त अधिकारी या कर्मचारी को कॉल नहीं की जाती है। सभी अधिकारियों, कर्मचारियों को सावधान रहना चाहिए। ऐसा कॉल आने पर तत्काल कोषागार को सूचित करें और मुकदमा दर्ज कराएं।


नौ लाख रुपये की हो चुकी है ठगी


केवाईसी अपडेट कराने के लिए मोबाइल फोन पर आए लिंक से नौ लाख रुपये की ठगी हो चुकी है। उसरपुरवा निवासी सेवानिवृत्त चिकित्सा अधीक्षक डॉ. प्यारेलाल ऑनलाईन ठगी का शिकार हो चुके हैं। उन्होंने इसी माह शिवपुर थाने में मुकदमा भी दर्ज कराया था।